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अधिशेष शिक्षकों को दूरस्थ समायोजन करने पर उठाई आवाज़ राजस्थान शिक्षक संघ राष्ट्रीय ने सौंपा ज्ञापन

प्रधान संपादक रूपचंद मेवाड़ा सुमेरपुर

रूपचंद मेवाड़ा प्रधान संपादक 

अधिशेष शिक्षकों के दूरस्थ समायोजन पर उठाई आवाज, राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) ने सौंपा ज्ञापन*

राजस्थान शिक्षक संघ (राष्ट्रीय) के जिलाध्यक्ष संग्राम सिंह राणावत और जिला मंत्री ओमप्रकाश कुमावत के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी चन्द्र प्रकाश जायसवाल , जिला शिक्षा अधिकारी राहुल राजपुरोहित एवं अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी प्रवीण जांगिड को ज्ञापन सौंपकर अधिशेष शिक्षकों के दूरस्थ स्थानों पर समायोजन के खिलाफ अपनी नाराजगी व्यक्त की ।

ज्ञापन में बताया गया कि समायोजन प्रक्रिया के दौरान कई शिक्षकों को उनके गृह क्षेत्र से काफी दूर स्थानांतरित कर दिया गया है। यह स्थिति शिक्षकों के लिए गंभीर समस्या बन चुकी है, क्योंकि लंबी दूरी तय करने से न केवल उनके व्यक्तिगत और पारिवारिक जीवन पर असर पड़ रहा है, बल्कि उनके कार्य प्रदर्शन पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है।

जिलाध्यक्ष ने कहा, “शिक्षकों को नजदीक समायोजित किया जाना चाहिए ताकि वे अपने दायित्वों का कुशलतापूर्वक निर्वहन कर सकें। दूरस्थ समायोजन न केवल शिक्षकों बल्कि छात्रों की शिक्षा पर भी प्रतिकूल प्रभाव डालता है।”

जिला मंत्री ने बताया कि संगठन को कई शिक्षकों से इस मुद्दे पर शिकायतें मिली हैं। शिक्षकों का कहना है कि इस तरह का समायोजन अन्यायपूर्ण है और इसे तत्काल ठीक किया जाना चाहिए। इस समस्या का त्वरित समाधान न केवल शिक्षकों को राहत देगा, बल्कि जिले की शिक्षा व्यवस्था को भी मजबूत बनाएगा।

*जिला शिक्षा अधिकारी ने दिया समाधान का आश्वासन*

जिला शिक्षा अधिकारी ने ज्ञापन प्राप्त करते हुए शिक्षकों की समस्याओं पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने और शीघ्र ही उचित कदम उठाने का आश्वासन दिया।

इस मौके पर जिले से प्रतापसिंह करनोत , महेंद्र सिंह महेचा , मदन नानिवल , चौपाराम मीना इत्यादि सहित बड़ी संख्या में शिक्षक संघ के सदस्य मौजूद रहे और उन्होंने शिक्षकों की समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर एकजुटता दिखाई। संगठन ने यह भी चेतावनी दी कि यदि समस्याओं का समाधान नहीं हुआ तो आगे आंदोलन किया जाएगा।

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